आज फिर थोड़ा रोई,सिर्फ थोड़ा नहीं, बहुत।अपनी आखें धोयीऔर जाके खड़ी हो गयी आईने के सामनेमन में बहुत से सवाल थे।पर फिलहाल,अपने चेहरे से अश्क़ और पानी के बहाव को हटाय।अब सब कुछ वापस कैसे करूँ ?किसी को जानना, पहचानना,फिर वापस से भरोसा करना और दिल लगाना।कैसे करूँ मैं फिर से ?कैसे मनाऊ अपने मन…
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बेखबर
Trigger warning- Anxiety, panic attacks एक आवाज़ है मन में अनसुनी सी, या शायद कोई दस्तक, कुछ कहना है, पर हूँ बेखबर, कुछ कर जाना है, पर नही है हिम्मत। कोई बेचैनी सी है, कुछ अजीब ख्याल, मन में बसे हैं। शांत हूँ, नज़र कहीं पर टिकी है, जैसे अलग हूँ वर्त्तमान से, किसी अलग…